पटना : हाल ही में एक महिला के घर को कथित रूप से गिराने के लिए पटना हाईकोर्ट ने बिहार पुलिस की खिंचाई कर दी. कोर्ट ने कहा, ‘क्या यहां भी बुलडोजर चलने लगा? आप किसका प्रतिनिधित्व करते हैं, राज्य या किसी निजी व्यक्ति का? तमाशा बना दिया. किसी का भी घर बुलडोजर से तोड़ देंगे. इस मामले में थाना प्रभारी के जवाबी हलफनामे पर विचार करते हुए अदालत ने प्रथम दृष्टया यह पाया कि राज्य पुलिस द्वारा कानून की उचित प्रक्रिया का पालन किए बिना घर को अवैध रूप से ध्वस्त कर दिया गया. हाईकोर्ट ने एसपी पूर्व, अंचल अधिकारी और अगमकुआं थाना प्रभारियों को 8 दिसंबर को व्यक्तिगत रूप से पेश होने को कहा है.
आदेश 24 नवंबर को लिखा गया था. शनिवार को सोशल मीडिया पर वायरल हुई एक वीडियो क्लिप में जस्टिस कुमार को यह कहते हुए सुना जा सकता है. ‘यहां भी बुलडोजर चलने लगा, ऐसा कौन शक्तिशाली आदमी है जो बुलडोजर लेकर तोड़ दिया उनका मकान.’ आप किसका प्रतिनिधित्व करते हैं? राज्य या निजी व्यक्ति? तमाशा बना दिया कि किसी का घर बुलडोजर से तोड़ देंगे?
उन्होंने कहा, ‘क्या पुलिस थाने को भी भूमि विवाद के मामलों को सुलझाने की शक्ति दी गई है? अगर किसी को कोई दिक्कत है तो वह थाने जाएगा, रिश्वत देगा और किसी का घर तोड़ देगा. आप कोर्ट, सिविल कोर्ट को बंद क्यों नहीं कर देते?’ दरअसल याचिकाकर्ता सजोगा देवी का घर 15 अक्टूबर को पुलिस प्रशासन के आदेश पर बुलडोजर से ढहा दिया गया था. उन्होंने आरोप लगाया था कि पुलिस ने भू-माफिया के साथ मिलकर ऐसा किया और पटना हाईकोर्ट में याचिका दायर की थी.
गौरतलब है कि जब याचिकाकर्ता के वकील ने अदालत को सूचित किया कि याचिकाकर्ता और उसके परिवार के सदस्यों के खिलाफ भूमि माफियाओं के इशारे पर जमीन खाली करने के लिए दबाव बनाने के लिए झूठा मामला दर्ज किया गया. चूंकि जमीन का एक हिस्सा कुछ लोगों को बेचा गया था, इसलिए उन्होंने अवैध कब्जे की कोशिश की थी. इस पर पीठ ने याचिकाकर्ता को आश्वासन दिया कि वह याचिकाकर्ता की सुरक्षा के लिए है न कि याचिकाकर्ता को परेशान करने के लिए. नतीजतन, अदालत ने एफआईआर पर रोक लगा दी और पुलिस को मामले में याचिकाकर्ता और उसके परिवार के सदस्यों को गिरफ्तार करने से रोक दिया.
जस्टिस संदीप कुमार ने राज्य के वकील के सामने अपनी भावनाओं को व्यक्त करते हुए मौखिक टिप्पणी की, ‘5-5 लाख रुपये दिलवाएंगे हम, घर टूटने का, आपकी जेब से. एजेंट बने हुए हैं ना, पुलिस और सीओ मिलकर घर तुड़वा रहे हैं घूस लेकर. इसे रोका जाना चाहिए.’